ज्ञान, स्वाभिमान एवं शक्ति के प्रतीक हैं भगवान परशुराम--डा शक्ति कुमार पाण्डेय

प्रतापगढ
15.05.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
ज्ञान, स्वाभिमान एवं शक्ति के प्रतीक हैं भगवान परशुराम---- डॉ शक्ति कुमार पाण्डेय
प्रतापगढ़। अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद द्वारा भगवान परशुराम जयंती समारोह हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री योगेश शुक्ल किसान के आवाहन पर कोरोना संक्रमण काल में कोविड-19 का अनुपालन करते हुए वर्चुअल मीटिंग के जरिए आयोजित समारोह में तमाम विद्वानों ने सहभागिता किया।
समारोह में बोलते हुए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष परशुराम उपाध्याय 'सुमन' में कहा कि विष्णु भगवान के छंठवें अवतार के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाले महर्षि परशुराम, शस्त्र और शास्त्र दोनों में पारंगत थे। उन्होंने समाज में समता और समरसता लाने में अग्रणी भूमिका निभाई है।
परिषद के प्रदेश संयोजक डॉक्टर शक्ति कुमार पांडे ने कहा कि भगवान परशुराम ज्ञान, स्वाभिमान एवं शक्ति के प्रतीक हैं। उनका फरसा उनके दृढ़निश्चयी होने का प्रमाण है। आज की विपरीत राजनीतिक, सामाजिक परिस्थितियों में जिस प्रकार ब्राह्मण की भूमिका होनी चाहिए, यह भगवान परशुराम से सीखना चाहिए।
जटायु खंड महाकाव्य के रचयिता चर्चित साहित्यकार जयराम शर्मा 'दिव्य' ने भगवान परशुराम के संबंध में जब........जय जय हे ऋषि जमदग्नि रेणुका के कुमार।
जय विप्रवंश अवतंश विष्णु अंशावतार।
हे विपुल बार महिभार हरन हे परशुराम।
हे भृगुकुल कमल दिनेश तुम्हें शत-शत प्रणाम ।आदि पंक्तियों का गीत पढ़ा तो तालियों की गड़गड़ाहट से समारोह ऊंचाइयों पर पहुंच गया।
परिषद के जिला कोषाध्यक्ष राजेश कुमार मिश्र ने कहा कि धर्मग्रंथों के अनुसार मूल्यों के निर्धारण में ब्राह्मण ने ही सदैव समाज का नेतृत्व किया है। आज हमें संकल्प लेना चाहिए कि समाज के कल्याण में इसी संगठन के माध्यम से ब्राह्मण, अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन महासभा के महामंत्री हिमांशु पांडेय ने कहा कि समाज की विसंगतियों को कंट्रोल करने के लिए ब्राह्मणों को अपने कल्याणकारी दायित्व का निर्वहन करना चाहिए अन्यथा समाज को विखंडित होने से कोई रोक नहीं सकता।स्वतंत्र कवि मंडल सांगीपुर के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि सृष्टिनिर्माता ब्रह्म के प्रति आस्था व समर्पण रखने वाला ही ब्राह्मण कहलाने का हकदार है। ब्राह्मण समाज का अगुआ है, उससे समाज को बड़ी अपेक्षाएं हैं।समारोह को सुरेश संभव, सुनील प्रभाकर, मनोकानिका उपाध्याय, दिवाकर पांडेय, दिनेश उपाध्याय, चिंतामणि पांडेय,राजेंद्र कुमार मिश्र, अशोक कुमार शुक्ला, कृष्ण लाल त्रिपाठी सहित राष्ट्रीय महामंत्री योगेश शुक्ल किसान आदि ने भगवान परशुराम को नमन करते हुए अपने विचार रखे।
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