ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में नहीं रुकना चाहते हैं सरकारी डॉक्टर
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 13 May, 2022 21:25
- 551

प्रतापगढ
13.05.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में नहीं रुकना चाहते हैं सरकारी डॉक्टर
प्रतापगढ। स्वास्थ्य विभाग को लेकर सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना कर गरीबों को और सामान्य आम जनमानस के लिए इलाज की व्यवस्था तो कर दी गई लेकिन ग्रामीण इलाकों में बने सरकारी अस्पताल में डॉक्टर साहब रुकना नहीं चाहते हैं।जनपद में लगभग एक दर्जन से अधिक सीएचसी तथा पीएचसी मौजूद हैं लेकिन गिनती के लिए सिर्फ कुछ ही सीएचसी और पीएचसी संचालित हो रही हैं,और जगहों पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों का अभाव बना हुआ है,चिकित्सकों तैनाती तो हुई है लेकिन रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के बाद डॉक्टर साहब अस्पताल परिसर में बने आवास में रुकना नहीं चाहते हैं। 2 घंटे के बाद अस्पताल से प्राइवेट क्लीनिक में बैठकर मोटी रकम लेते हुए गरीबों का इलाज कर रहे हैं। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक जिस तरह से पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों के ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी अस्पतालों का भ्रमण कर रहे हैं इसके बावजूद भी सरकारी डाक्टरों द्वारा अस्पताल में न रुकने का सिलसिला चल रहा है। हालात यह है कि सिर्फ सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों में पहुंच कर डॉक्टर साहब अपना कोरम पूरा करते हुए अपने आवास लौट जाते हैं।जनपद में स्वास्थ्य को लेकर सबसे बड़ी समस्या वर्षों से बरकरार हैं। लेकिन विभाग के आला अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। भ्रष्टाचार में डूबे स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हो रही है। ग्रामीण इलाकों में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद अस्पतालें अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अस्पतालों का संचालन कराने में कोई दिलचस्पी नहीं ली जा रही है।जनपद के सामाजिक संगठन तथा राजनीतिक संगठनों, व्यापारी संगठनों द्वारा जनपद क्षेत्र में स्थित सरकारी बंद पड़े अस्पतालों का संचालन कराए जाने को लेकर जिलाधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग से मांग की है।
Comments