आखिर शराब माफियाओ से याराना क्यों निभा रही है प्रतापगढ की पुलिस

प्रतापगढ
23.05.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
आखिर शराब माफियाओ से याराना क्यों निभा रही है प्रतापगढ की पुलिस
नकली शराब के सेवन से दर्जन भर लोगो की मौत होने के बाद जब सरकार की किरकिरी होने लगी तो जिले के साथ ही मंडल के आलाधिकारियों पर कार्यवाही की तलवार लटकने लगी।शासन की कार्यवाही से बचने के लिए जिले व मंडल के अधिकारी सीधे वही पहुँचे जहाँ स्थानीय पुलिस के सरपरस्ती में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रही थी।चार अप्रैल को हथिगवां थाना क्षेत्र स्थित शराब माफिया गुड्डू सिंह के गोशाला से एडीजी प्रेम प्रकाश,एसपी आकाश तोमर की उपस्थिति में पुलिस ने 10 करोड़ से अधिक कीमत की नकली शराब,उपकरण आदि बरामद किया था।पुलिस का यहाँ 24 घंटे ऑपरेशन चला।जेसीबी से जमीन में छिपाए गए नकली शराब को निकाला गया।इतनी बड़ी बरामदगी होने पर पुलिस को शासन से खूब वाहवाही मिली।पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन लोगों को नामजद किया था।डेढ़ माह से अधिक का समय बीत गया किन्तु पुलिस उन नामजद किये गए आरोपियों को गिरफ्तार नही किया।कई नामजद आरोपी कुंडा सर्किल पुलिस के साथ चाय की चुस्कियां लेते देखे जा रहे है।मेरे समझ मे नही आ रहा है कि जब पुलिस को शराब माफियाओ को जेल नही भेजना था तो उन्हें नामजद ही क्यो किया। पुलिस का शराब माफियाओ से याराना अब जनमानस में चर्चा का विषय बन गया है।देखना है खुलेआम घूम रहे नामजद किये आरोपी सलाखों के पीछे जाते है या पुलिस उनसे याराना निभाते हुए मामले को रफा दफा कर देती है।
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