पत्रकार कमलेश वर्मा की सड़क दुर्घटना में मौत या हत्या ??
                                                            पत्रकार कमलेश वर्मा के भाई का आरोप सड़क दुर्घटना दर्शा कर साजिशन की गई हत्या
मृतक के भाई ने एसपी ग्रामीण को दी तहरीर कार्यवाही की मांग
शाहजहांपुर ब्यूरो उदयवीर सिंह।
शाहजहांपुर,अल्हागंज थाना क्षेत्र के गांव समापुर निवासी कमलेश कुमार वर्मा पत्रकार (इंडिया 7) पुत्र वेद राम बर्मा की 14 जून को कलान के पास हुई सड़क दुर्घटना में मौत एक साजिश थी उसे योजनाबद्ध तरीके से मारा गया था जिसके साक्ष्य मृतक के मोबाइल फोन में मौजूद है ।
मोबाइल की कॉल रिकॉर्डिंग में एक युवती ने उसे कलान बुलाया था कमलेश उसी से मिलने बाइक से कलान जा रहा था इसी दौरान गांव मुवारिकपुर गैस गोदाम के पास उसकी हत्या कर दी गई जिसे सड़क दुर्घटना का रूप देकर हत्यारों ने स्वयं के बचाव का पूरा इंतजाम कर लिया था।
एसपी ग्रामीण अर्पणा गौतम को दिए गए तहरीर में मृतक कमलेश वर्मा के बड़े भाई प्रदीप कुमार ने बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति से प्रेम प्रसंग को लेकर झगड़ा हुआ था उसने उसको जान से मारने की धमकी भी दी थी जिसे लेकर कमलेश काफी टेंशन में था इसी दौरान 13 जून को गांव की एक युवती ने उसे कलान आने के लिए कहा।
युवती से उसके प्रगाढ़ संबंध थे। बताते हैं खतरे से अनजान कमलेश अपनी बाइक से 14 जून की सुबह 8:30 बजे कलान की तरफ चल दिया वह गंतव्य स्थान तक पहुंच पाता उसके पूर्व ही अज्ञात वाहन ने उसके सामने से जोरदार टक्कर मार दी ।
इसके परिणाम शुरू उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर कलान पुलिस भी पहुंच गई तथा उसके कहने पर उसने अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध तहरीर दे दी ।
मौके से मृतक का मोबाइल फोन तथा कुछ कागजात भी बरामद हुए। प्रदीप ने अपने मृतक भाई कमलेश का मोबाइल फोन पुलिस से ले लिया और शाम को घर आकर उसकी वॉइस रिकॉर्डिंग और सुना जिसमें कमलेश को कलान आने का दावत नामा दिया था।
अब सवाल उठता है कि क्या युवती ने अपने परिवार वालों के दबाव में उसे कलान आने के लिए कहा था। गांव के हालात बता रहे हैं कमलेश की दुर्घटना के बाद आरोपित परिवार अपने घरों में ताला लगा कर भाग गए हैं ।
प्रदीप यह भी बताता है की इसी परिवार ने गांव के ही एक रिश्तेदार के पास फोन करके समझौता कराने की भी बात कही थी। निश्चय ही है सड़क दुर्घटना का मामला अब हत्या के रूप में बदलता जा रहा है जिस की साजिश में एक युवती को भी शामिल किया गया था। इसकी गहराई से जांच की गई तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
                                                                    
                                                        
                                                                
                                                                
                                                                
                                                                
            
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