नशे में टल्ली होकर पहले भी रहा है विवादों से नकलबाबू का गहरा रिस्ता
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 1 April, 2022 21:57
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प्रतापगढ
01.04.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
नशे में टल्ली होकर पहले भी विवादों से रहा है नकलबाबू का गहरा रिस्ता
प्रतापगढ़।लालगंज तहसील कालोनी मे एसडीएम तथा नकल बाबू के बीच उपजे विवाद को लेकर शुक्रवार को यहां सन्नाटा दिखा। हालांकि तहसील मे सामान्य कामकाज पूर्ववत नजर आया। एसडीएम तथा तहसीलदार व नायब तहसीलदार ने तहसील पहुंचकर सरकारी कामकाज को पूर्ववत जारी रखते दिखे। वहीं आरोप लगाने वाले नकलबाबू का दूसरे दिन भी तहसील परिसर मे उपलब्धता नही देखी गयी। एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह पर मारपीट का आरोप लगाने वाले नकलबाबू सुनील कुमार शर्मा की नशे मे टल्ली होकर आये दिन करतूतों की चर्चा भी जरूर देखी सुनीं गयी। इसके पहले बीते सन 2018 मे तहसील मे कार्यरत राजस्व निरीक्षक कार्यालय हनुमान प्रसाद ओझा द्वारा तत्कालीन नायब नाजिर के पद पर तैनात रहे सुनील शर्मा के खिलाफ तहसील के करमाईन गांव की कृषि आवंटन पत्रावली तथा अर्रो ग्राम की आवास आवंटन पत्रावली गायब किये जाने को लेकर एफआईआर दर्ज कराये जाने की भी चर्चा तेज रही। वहीं लालगंज पुलिस द्वारा तत्कालीन तहसीलदार की सूचना पर नकलबाबू सुनील कुमार शर्मा के द्वारा नशे मे टल्ली होकर एसडीएम कालोनी मे हंगामा करने को लेकर तीन नवंबर 2018 को पुलिस मेडिकल भी कराया गया था। तब तत्कालीन कोतवाल अंगदराय ने तहसील के अफसरो तथा वकीलो आदि के समझाने बुझाने पर नकलबाबू को चेतावनी देकर छोड दिया गया था। आचार संहिता के पहले तहसील समाधान दिवस मे भी नशे मे टल्ली नकल बाबू के दुर्व्यव्हार को लेकर अधिवक्ता भी आक्रोशित हुये थे। तब एसडीएम ने किसी तरह नाराज वकीलो ंको समझाकर माहौल को शांत कराया था। हाल के नकलबाबू की कथित पिटाई से जुड़े मामले को लेकर गुरूवार की शाम एक और वीडियो वायरल हुआ। इसमे आरोप लगाने वाले नकलबाबू को अधोवस्त्र मे नशे मे टल्ली होकर कालोनी मे हंगामा करते देखा गया है। हालांकि इस मामले मे शुक्रवार को एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नही दी। इधर शिकायतकर्ता नकल बाबू का गुरूवार की रात जिला मुख्यालय पर चिकित्सीय मेडिकल कराया गया है। शुक्रवार की सुबह नकलबाबू से मिलने एक सजातीय संघ के कुछ पदाधिकारी भी कालोनी पहुंचे पर वहां घटनाचक्र की हकीकत देख सुन यह लोग भी दबे पांव बैरंग वापस लौट गये। मामले मे यह भी चर्चा है कि नकलबाबू के आये दिन हंगामा करने के कारण ही स्थानीय कर्मचारी संगठनो ने भी घटनाचक्र पर चुप्पी साध रखी है।
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