भू माफिया जमीन को विवादित बनाकर पीड़ित पर बनाते हैं दबाव और दर्ज करवाते हैं मुकदमा

भू माफिया जमीन को विवादित बनाकर पीड़ित पर बनाते हैं दबाव और दर्ज करवाते हैं मुकदमा

प्रतापगढ 



11.05.2022



रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी




भू माफिया जमीन को विवादित बनाकर पीड़ित पर बनाते है दबाव, और दर्ज करवाते है मुकदमा

 




प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ में भू माफिया सक्रिय हैं, यह पहला मामला नहीं है जिसको जानकर आपको हैरानी होगी, आपको बता दें कि प्रतापगढ़ जनपद में 07 मई की रात पुराना मालगोदाम रोड तिराहे के पास हाईवे के किनारे स्थित प्रॉपर्टी को लेकर दो पक्ष आमने सामने हो गए थे, उस वक्त विवाद गहराने पर पुलिस ने विवादित मकान पर अपना ताला जड़ कर सिपाही तैनात कर दिए थे। आपको बता दे कि इस मकान पर अमित जायसवाल का वर्तमान में कब्जा है, जिसमे जमीन हड़पने की नियत से द्वितीय पक्ष द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है, और इस पूरे मामले की जाँच अभी एसडीएम द्वारा की जा रही है और प्रतापगढ़ पुलिस ने पीड़ित पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया है।आखिर क्या है पूरा मामला- आपको बता दे कि पूरा मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के पुराना माल गोदाम तिराहे पर स्थित एक प्रॉपर्टी का है, जहाँ मकान नम्बर- 452, गाटा संख्या- 158 में 6 विस्वा 10 धूर आबादी के खाते में दर्ज है, जिसमे संपत्ति विष्णु मोहाल की थी और उनकी अंतिम वारिश मुन्नी कुँवर पत्नी रामबहादुर सिंह ने इस जमीन का पट्टा साबित अली सुपुत्र जोखू शेख को इस भूमि का पट्टा पुस्त दर पुस्त कर दिया था। इस भूमि/मकान का मुकदमा रफिकुनिशा बनाम अब्दुल हाफिज का हकमेहर का मुकदमा चला जिसमे 1961 में निर्णय हुआ। निर्णय के बाद जिला जज प्रतापगढ़ 11 मार्च 1972 को इस भूमि/मकान को नीलाम करवाया। नीलामी गया प्रसाद और भगवत प्रसाद निवासी टक्करगंज द्वारा ली गई, गया प्रसाद की मृत्यु के बाद उनके वारिश उनकी पत्नी और उनकी पुत्रियों ने 14 फरवरी 2008 को बिन्दा गुप्ता और प्रभा देवी जयसवाल बैनामा किया, जिनका अभी वर्तमान में कब्जा है। बैनामे के बाद से बिन्दा गुप्ता और प्रभा देवी जयसवाल नियमित रूप से मकान का गृहकर नगरपालिका में जमा करते आ रहे है। इस मकान को कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर कृष्ण कुमार पुत्र रामदुलारे ने 2/60 का बैनामा सुभाष सिंह पुत्र फुलगेंन सिंह निवासी पूरे पाण्डेय द्वारा लिया गया। कृष्ण कुमार द्वारा न्यायालय द्वारा दाखिल खतौनी को जनसूचना अधिनियम के तहत तहसीलदार ने पूरी तरह से फर्जी खतौनी बताया।भू माफियाओं के आगे नतमस्तक प्रतापगढ़ पुलिस- आपको बता दे कि विवाद बढ़ता देख प्रतापगढ़ पुलिस ने पीड़ित पर ही डैकती का मुकदमा दर्ज कर लिया, जिसमे दो नामजद और 27 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज है। अब सवाल यह उठता है कि प्रतापगढ़ पुलिस की मौजूदगी में डकैती कब हो गई, जबकि पीड़ित पक्ष 2008 से मकान का गृहकर नगरपालिका में जमा कर रहा है और उसका कब्जा बरकरार है। उक्त गाटा संख्या के संबंध में रेनूरा जायसवाल ने अपराध संख्या 792/2021 का मुकदमा पंजीकृत करवाया है, जिसकी विवेचना प्रचलित है।

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