मंदिर में शादी कर एक दूजे का सहारा बना युगल

मंदिर में शादी कर एक दूजे का सहारा बना युगल

प्रतापगढ 



23.04.2022




रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी



 मंदिर में शादी कर एक दूजे का सहार बना युगल 



प्रतापगढ। पति से अलगाव के बाद अकेली जीवन काट रही महिला और कोरोना में पत्नी खोने वाले शख्स ने मंदिर परिसर में शादी रचाकर एक दूसरे का हाथ थाम लिया।हथिगवां थानाक्षेत्र के बलीपुर मोहद्दीनगर गांव निवासी बजरंगी लाल गुप्ता की बेटी अंजू देवी का अपने पति से लगभग 18 साल पहले संबंध विच्छेद हो गया था। इसके बाद से अंजू देवी अपने माता-पिता के घर पर ही रहती थी। अंजू की एक बेटी थी जिसकी शादी सालभर पहले उसके मायके वालों ने कर दी थी। अंजू की बेटी की शादी के बाद मायकेवालों को उसके भविष्य की चिंता होने लगी। इसी बीच बाघराय थानाक्षेत्र के गलगली गांव निवासी फूलचंद्र वैश्य अंजू से शादी का रिश्ता लेकर उसके मायके पहुंचा। फूलचंद्र की पत्नी की दो साल पहले कोरोना से मौत हो गई थी। उसके तीन बच्चे भी हैं। पत्नी की मौत के बाद फूलचंद्र को भी जीवनसाथी के सहारे की जरूरत थी और अंजू को भी। दोनों परिवारों की आपसी सहमति के बाद शुक्रवार को कुंडा तहसील परिसर स्थित शिव मंदिर पर फूलचंद्र ने अंजू को मंगलसूत्र पहनाकर विवाह कर लिया। इस दौरान दोनों पक्षों के सगे संबंधियों के अलावा अधिवक्ता भी मौजूद रहे।

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