ब्लैक फंगस की जानलेवा तकलीफ की त्रासदी भयावह--प्रमोद तिवारी

ब्लैक फंगस की जानलेवा तकलीफ की त्रासदी भयावह--प्रमोद तिवारी

प्रतापगढ 


22.05.2021


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी 



ब्लैक फंगस की जानलेवा तकलीफ की त्रासदी भयावह-प्रमोद तिवारी




केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के मंेबर एवं यूपी आउटरीच एण्ड कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस की जानलेवा तकलीफदेह बीमारी पर मजबूत स्वास्थ्य प्रबंधन पर जोर दिया है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि ब्लैक फंगस इस समय लोगों के जिंदगी तो छीन ही रहा है। वहीं इस बीमारी के चलते जीते जी लोगों का जीवन त्रासदी की पीड़ा मे आ खडा हुआ है। सीडब्लूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने सरकार से कहा है कि वह ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर जुबानी खर्च न करें बल्कि इलाज के लिए दवाएं तथा जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं हर हाल मे उपलब्ध कराये। उन्होनें कहा कि देश में ब्लैक फंगस का भयावह रूप इस समय दुनिया में सबसे अधिक चिंताजनक हो उठा है। बकौल प्रमोद तिवारी डब्ल्यूएचओ तक ने सरकारों को ब्लैक फंगस को लेकर गंभीर एडवायजरी भी जारी की है। श्री तिवारी ने कहा कि ब्लैक फंगस की बीमारी से सर्वाधिक प्रभावित उत्तर प्रदेश तथा महाराष्ट्र एवं गुजरात मे मरीजों की बढती संख्या एवं इससे मौतों के चलते कोरोना की दूसरी लहर से मौतो की संख्या भी अब भयावह हो उठी है। उन्होनें दावा किया कि दुनिया मे सत्तर प्रतिशत केस ब्लैक फंगस के अभी भारत में ही आने से केंद्र सरकार को समय रहते सचेत हो जाना चाहिये। श्री तिवारी ने कहा कि अब तो डब्ल्यूएचओ ने भी ताजा रिपोर्ट में यह कहने को विवश हो उठा है कि कोरोना महामारी को लेकर सरकारें मौतो का वास्तविक एवं सही आंकडा नही पेश कर रही है। प्रमोद तिवारी ने हाईकोर्ट के द्वारा भी कोरोना महामारी को लेकर सूबे की सरकार ने अपने आदेशों को सलाह के रूप में अमल मे लाने को कहा है। ऐसे मे सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद ने सूबे की सरकार से कहा है कि वह हाईकोर्ट की सलाह के रूप में अमल मे लाये और हर हाल में कोरोना तथा ब्लैक फंगस की महामारी को रामभरोसे छोडने के बजाय युद्धस्तर पर ग्रामीण अंचलों मे स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाये। शनिवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से जारी बयान में सीडब्लूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने केंद्र पर वैक्सीन की देश मे कमी पर तंज कसते हुए कहा कि वैक्सीन और ऑक्सीजन की भारी कमी के चलते सरकार को होम आइसोलेशन के मरीजों की स्थिति के बारे में जानकारी ही नही है। श्री तिवारी ने कहा कि टीका उत्पादन के बढाने को लेकर भी तीसरी लहर की वैज्ञानिक चेतावनी के बावजूद सरकार अंदरूनी तथा बाहरी क्षेत्र से मदद का रोडमैप नही तैयार कर पा रही है। वहीं सीडब्लूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में सरकार मंहगाई व लागत मे वृद्धि से परेशान किसानों को राहत नही पहुंचा पा रही है। उन्होनें किसानों को महामारी के दौर में बिजली से मुफ्त सिंचाई की सुविधा तथा हाल ही में डीजल व पेट्रोल के दामों मे न थमने वाली मंहगाई एवं खेतों मे छुटटा जानवरों को लेकर सुरक्षा के लिए बाडबंदी की मजबूरी से बढे खर्च का भी आकलन कर किसानों को विशेष राहत पैकेज दिये जाने का फौरन ऐलान करना चाहिये।

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