जीवन की सार्थकता स्वाध्याय से ही संभव-- भवानी शंकर

जीवन की सार्थकता स्वाध्याय से ही संभव-- भवानी शंकर

प्रतापगढ 



26.12.2021



रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी




जीवन की सार्थकता स्वाध्याय से ही संभव --भवानी शंकर 



 प्रतापगढ़ जनपद के ब्लॉक सांगीपुर स्थित मुरैनी (पूरे सिकंदर) में आयोजित मानस मंथन के कार्यक्रम में संचालक पं० भवानी शंकर उपाध्याय ने निर्धारित विषय स्वाध्याय पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वाध्याय से ही जीवन की सार्थकता संभव है। समाज के हर व्यक्ति को अपने बच्चों में स्वाध्याय के प्रति लगन पैदा करने का वातावरण सृजित करना चाहिए।

       उपस्थित सदस्यों की सहमति से बहुप्रतीक्षित मानस मंथन समिति का विधिवत गठन किया गया। सर्वसम्मति से पंडित भवानी शंकर उपाध्याय को अध्यक्ष मनोनीत करते हुए अपेक्षा की गई वह समिति के अन्य पदाधिकारियों का मनोनयन करें।

       श्री उपाध्याय ने समिति के अन्य पदाधिकारियों का मनोनयन करते हुए मनो विश्राम मिश्र को उपाध्यक्ष, यज्ञ नारायण सिंह को प्रबंधक/सचिव, अर्जुन सिंह को उप सचिव, शंकर लाल मोदनवाल को कोषाध्यक्ष एवं कृष्ण नारायण लाल श्रीवास्तव को आय-व्यय निरीक्षक घोषित किया। इसी क्रम में जंत्री प्रसाद पांडेय, परशुराम उपाध्याय सुमन महाबीर सिंह, आत्म प्रकाश उपाध्याय एवं बी० एल० साहू को कार्यकारिणी सदस्य नामित किया गया।

      मानस मंथन की आगामी बैठक कृष्ण नारायण लाल श्रीवास्तव के ग्राम उदयपुर स्थित निवास पर आगामी 30 में जनवरी, 2022 (रविवार) को प्रातः 10:00 निर्धारित हुई, जिसमें  "शिष्टाचार" विषय पर विचार प्रस्तुत किए जाएंगे।

       बैठक में पंडित भवानी शंकर उपाध्याय, मनो विश्राम मिश्र, यज्ञ नारायण सिंह, अर्जुन सिंह, कृष्ण नारायण लाल श्रीवास्तव, शंकरलाल मोदनवाल आदि उपस्थित रहे।

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