प्रतापगढ़ जनपद के कंधई थाना क्षेत्र के यहियापुर पुर में बार-बार क्यों हो रहा बवाल ?
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 15 May, 2022 22:09
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प्रतापगढ
15.05.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
प्रतापगढ़ जनपद के कंधई थानाक्षेत्र के यहियापुर में बार-बार क्यों हो रहा बवाल ?
प्रतापगढ़।प्रतापगढ जनपद के पट्टी तहसील के कंधई थाना क्षेत्र के यहियापुर गांव में भूमि विवाद को लेकर आए दिन हो रहा हिंसक संघर्ष कभी भी भयावह रूप ले सकता है।शनिवार को गांव में हुई ताजा झड़प की घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि मनबढ़ों का दुस्साहस काफी बढ़ चुका है और इसकी गंभीर परिणति कभी भी सामने आ सकती है।बता दें कि यहियापुर गांव में इसके पहले भी इसी भूमि विवाद को लेकर हिंसक संघर्ष की घटनाएं हो चुकी है . जिसके बाद मुकदमेबाजी से लेकर आरोप-प्रत्यारोप का लंबा दौर चला।शनिवार की सुबह पुराने विवाद को लेकर दोनों पक्ष फिर आपस में भिड़ गए, संघर्ष में कई लोगों के घायल होने की सूचना है। सबसे बड़ी बात यह है कि मनबढ़ों ने जिस दुस्साहस के साथ हमला और मारपीट की उससे महिलाएं और बच्चे बुरी तरह से सहम गए और रोने कलपने लगे। पुलिस तक मामला पहुंचने के बाद बाहरी तौर पर विवाद कुछ शांत तो जरूर नजर आ रहा है लेकिन ग्रामीण अंदर ही अंदर डरे हुए हैं।मामले के एक पक्ष स्थानीय निवासी एडवोकेट विजय कुमार ओझा वल्द श्री राजाराम ओझा के मुताबिक दिनांक 14-05-2022, समय : सुबह लगभग 10 बजे हम प्रार्थीगण अपने घर के सामने बैठे हुए थे कि उसी समय कुल्हाड़ी, फावड़ा और लाठी-डंडा व सरिया से लैश होकर हमारे घर पर दबंग व मनबढ़ एक राय होकर जान से मारने की नीयत से अजीत कुमार ओझा पुत्र नर्वदा प्रसाद ओझा हाथ में कुल्हाड़ी लेकर और हर्षदीप मिश्रा पुत्र प्रेम चन्द्र मिश्रा, श्यामल ओझा पुत्र ओम प्रकाश ओझा के हाथ में सरिया, ओम प्रकाश ओझा पुत्र स्व. बैजनाथ ओझा के हाथ में फावड़ा, वत्स ल ओझा पुत्र ओम प्रकाश ओझा, प्रदीप ओझा पुत्र स्व. शिव कुमार ओझा, सोमनाथ ओझा पुत्र स्व. शिव कुमार ओझा व अन्य लोगों ने मिलकर जमीनी विवाद को लेकर हमारे घर पर चढ़ कर मारने लगे। हम लोग जान बचाने के लिए घर में भागे तो उपरोक्त विपक्षीगण घर में घुसकर मारने लगे जिसमें विजय कुमार ओझा पुत्र राजाराम ओझा, कृष्ण कुमार ओझा पुत्र राजाराम ओझा, मिथिलेश कुमार ओझा पुत्र स्व. जगदीश नाथ ओझा को सिर, हाथ, पैर, पीठ व सीने में गंभीर चोटें आई। प्रार्थीगण व प्रार्थीगण के परिवार के शोर मचाने पर लाल बिहारी ओझा पुत्र स्व. राम चन्द्र ओझा, सृजेश कुमार ओझा पुत्र हरिनारायण ओझा व अन्य लोगों ने आकर हम प्रार्थीगण की जान बचाई।
साथ ही प्रार्थीगण जब इस बाबत सूचना देने के लिए थाने आ रहे थे, तब जगदीशगढ़ चौराहे पर रोककर पुन: उपरोक्त लोगों ने हमारे साथ मारपीट की और गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। हमलावरों ने ललकारते हुए कहा कि यदि थाने जाओगे तो आज शाम तक पूरे परिवार को जान से मार दूंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षीगण बहुत ही सरहंग, गिरोहबन्द व्यक्ति हैं। इनका संबंध आसपास के तमाम अवांछनीय तत्वों से है, जिससे इनका मनोबल बढ़ा हुआ है। यदि विपक्षीगण को इस बेजा हरकत से रोका न गया तो भविष्य में गम्भीर अपराध घटित कर सकते हैं।वाकई में करीब आधा दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है।सूचना के मुताबिक सिर पर गंभीर चोट लगने से घायल शिकायकर्ता विजय कुमार ओझा को रविवार की सुबह इलाहाबाद के किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
झड़प के केंद्र में पुराना भूमि विवाद बताया जाता है. दूसरे पक्ष की राय नहीं जानी जा सकी। शक सही -गलत का फैसला पूरी विवेचना से हो सकेगा। लेकिन मनबढ़ों को इस प्रकार कानून हाथ में लेने की छूट भी तो नहीं दी जा सकती। शासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। ताकि मनबढ़ फिर ऐसा दुस्साहस न कर सके।
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