पूर्वांचल में पर्यटन का हब बनेगा गोरखपुर स्वीकृत परियोजनाओं से बदलेगी तस्वीर- जयवीर सिंह

पूर्वांचल में पर्यटन का हब बनेगा गोरखपुर स्वीकृत परियोजनाओं से बदलेगी तस्वीर- जयवीर सिंह

PPN NEWS

लखनऊः 17 अगस्त, 2025


उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के प्राचीन मंदिरों के आसपास पर्यटक सुविधाओं के विकास और सौंदर्यीकरण के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित प्राचीन मंदिरों के विकास, सौंदर्यीकरण एवं मूलभूत सुविधाओं से संबंधित परियोजनाओं के लिए 45 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। परियोजनाओं का उद्देश्य मंदिरों की भव्यता को पुनर्स्थापित कर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।


यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया, श्धार्मिक पर्यटन में यूपी अन्य राज्यों की तुलना में अग्रणी है। प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। अयोध्या, काशी, मथुरा जैसे तीर्थ स्थल श्रद्धालुओं के विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। श्रद्धालुओं का रुझान प्रदेश के नए गंतव्यों की ओर भी है। गोरखपुर ऐसे ही पर्यटक गंतव्य के रूप में सामने आया है, जहां मंदिरों सहित पर्यटन स्थलों की वृहद श्रृंखला है।


गोरखपुर में कई दर्शनीय पर्यटन स्थल हैं। जनपद में विख्यात गोरखनाथ मंदिर, श्री दिगंबर जैन मंदिर, जटाशंकर गुरुद्वारा, रामकृष्ण देव मंदिर, प्राचीन कालिका स्थान, चित्रगुप्त मंदिर, संत कबीर आश्रम, श्री रामजानकी मंदिर सहित अनेक प्राचीन धार्मिक स्थल हैं। जिले में भगवान शिव और माता मंदिरों की श्रृंखला है, जिसके दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु देशभर से आते हैं।


 पर्यटन विकास से न केवल स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। पर्यटन विभाग के इस तरह के प्रयासों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। 


गोरखपुर में पर्यटन से जुड़े कई आकर्षक स्थल हैं। यहां गोरखनाथ मंदिर, रामगढ़ ताल, गीता वटिका और गीता प्रेस जैसे प्रसिद्ध स्थान हैं, जो यूपी, बिहार और उत्तराखंड तक के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, गोरखपुर में कई पार्क और संग्रहालय भी हैं। 


पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024 में 36,52,451 पर्यटक गोरखपुर घूमने आए। वर्ष 2025 के शुरुआती तीन महीनों जनवरी से मार्च तक में 15,46,765 पर्यटक आए। विभाग को उम्मीद है वर्षांत तक गोरखपुर में पर्यटकों का कुल आंकड़ा 50 से 55 लाख के करीब रह सकता है। गोरखपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, पर्यटन विभाग होमस्टे को भी प्रोत्साहित कर रहा है। इसका उद्देश्य पर्यटकों को अधिक आवास विकल्प प्रदान करना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।


उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के साथ उन्हें आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने की योजना को मूर्त रूप दे रहा है। परियोजनाओं के माध्यम से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों का पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।


इन प्रयासों से आधुनिक आधारभूत ढांचे का निर्माण और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा। इस पहल का उद्देश्य धार्मिक विरासत को आधुनिक रूप देकर पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय संस्कृति को संजोए रखना है।

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