परिवार छोड़, शुरू किया कोरोना मरीजो का इलाज
- Posted By: Admin
- खबरें हटके
- Updated: 8 July, 2020 22:34
- 839

प्रकाश प्रभाव
परिवार छोड़, शुरू किया कोरोना मरीजो का इलाज
मोहनलालगंज।
रिपोर्ट, शशांक मिश्रा
पत्नी प्रसव माह में एकलौता दो साल का बेटा घर मे अकेला पर देश पर संकट और अपने फर्ज को पूरा करने के लिये मोहनलालगंज में तैनात रहे डाक्टर सचिन कोरोना मरीजो का इलाज करने में लग गये।वही दो साल का बेटा पिता सचिन को अपनी तोतली बोली से फोन पर पापा घर आओ आने की बात कहता है।वही डाक्टर सचिन फोन पर ही पत्नी का हाल लेकर उन्हें भी ढांढस बंधाते रहते है।उधर पत्नी फोन पर ख्याल रखने की बात कहती रहती है।
मोहनलालगंज में तैनात रहे डाक्टर सचिन इन दिनों आगरा में एसएन मेडिकल कालेज में तैनात है।डाक्टर सचिन बताते है कि उनकी पत्नी 9 माह की गर्भवती है और इसी माह में ही पत्नी का प्रसव होना है और घर मे दो साल का बेटा भी है इसी बीच विभाग ने कोरोना मरीजो के इलाज के लिये डियूटी करने को कहा तो सचिन के सामने दोनो फर्ज थे।पर सचिन ने देश मे फैले कोरोना संकट और आपने पेशे को पहले चुनकर कोरोना मरीजो के इलाज करने की हा करकर डियूटी पर चले गये।वही डियूटी के दौरान जब घर पर फोन करते है तो दो साल का मासूम बेटा कहता है पापा घर आ जाव तो डाक्टर सचिन भावुक हो जाते है।
पर अपने फर्ज को निभाने के लिये खुद को मजबूत कर लेते है।वही पत्नी भी सचिन का हौसला बढ़ाने के लिये कहती है आप देश मे आये संकट से निपटने के लिए अपनी डियूटी करे वो खुद को संभाल लेंगी।वही इनकी कहानी सुनकर आगरा से लेकर लखनऊ सहित सोशल मीडिया पर हर कोई सराहना करता फिर रहा है।
डाक्टर सचिन ने बताया कि इसी महीने पत्नी की डिलीवरी होनी है।और अभी उनकी डियूटी को चार दिन हुए अभी दस दिन डियूटी करनी है उसके बाद उन्हें कुछ दिनों के लिये घर से बाहर ही कोरन्टीन रहना पड़ेगा और इसी बीच यदि पत्नी की डिलीवरी हुई तो वो चाहकर भी पत्नी और होने वाले बच्चे से नही मिल पाया।
डाक्टर सचिन बताते है शाम होने पर उनका दो साल का बेटा अपने तरीके से पत्नी से कहता है पापा को बुलाओ तब हम दूध पियेंगे तब उनकी पत्नी यही कहकर दिलाश दिलाती है बेटा पापा जल्दी घर जायेगे आप दूध पी लो इसी दिलाश के साथ रोज रात उसे बिस्तर पर ले जाकर सुला देती है।
Comments