क्षीर सागर में सोने जा रहे विष्णु भगवान... चार महीने तक मांगलिक कार्य ‘लॉक’

क्षीर सागर में सोने जा रहे विष्णु भगवान... चार महीने तक मांगलिक कार्य ‘लॉक’

पीलीभीत न्यूज


क्षीर सागर में सोने जा रहे विष्णु भगवान... चार महीने तक मांगलिक कार्य ‘लॉक’

पीलीभीत(नीलेश चतुर्वेदी): अनलॉक वन में सीमित लोगों की मौजूदगी में भले विवाह कार्य की अनुमति मिल गई हो, मगर अब विवाह लग्न की तारीखें भी गिनती की रह गई हैं। एक जुलाई से देवशयनी एकादशी से चतुर्मास (चौमासे) शुरू हो जाएंगे और भगवान विष्णु क्षीर सागर में शयन करने चले जाएंगे। ऐसे में अब देवोत्थान एकादशी तक लोगों को विवाह संस्कार का इंतजार करना पड़ेगा।

सनातन धर्म में शुभ लग्न की तिथियों में ही विवाह संस्कार करने की मान्यता है। मगर इस बार शादी सीजन कोरोना वायरस के भेंट चढ़ गया। लॉकडाउन की वजह से मार्च, अप्रैल और मई में भरपूर विवाह लग्न तिथियां होने के बाद भी विवाह संस्कार नहीं हो सके। अधिकांश लोगों ने कार्यक्रम निरस्त कर दिए। पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि जून में अब 25, 27, 28 और 30 तारीख को ही विवाह का शुभ लग्न है। इसके बाद एक जुलाई से चतुर्मास लग जाएंगे। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने शयन के लिए पाताल लोक में चले जाएंगे। पंचांग के अनुसार, इस दिन एकादशी की तिथि होती है। इसी वजह से इसे देवशयनी एकादशी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करते हुए व्रत का अनुष्ठान करना बेहद फलदायी होता है। चार माह गुजरने के बाद सूर्य देव जब तुला राशि में प्रवेश करेंगे, उस दिन भगवान विष्णु का शयन समाप्त होगा। इसे देवोत्थान एकादशी कहते हैं। इसी दिन से दोबारा मांगलिक आयोजन शुरू होते हैं।

नवंबर और दिसंबर में ये हैं विवाह लग्न की तारीख

पंडित आशुतोष शर्मा के मुताबिक, देवोत्थान एकादशी के दिन यानी 25 नंवबर से मांगलिक कार्यक्रम शुरू होंगे। नवंबर में मात्र 26 और 30 तारीख विवाह लग्न के लिए शुभ हैं। इसके बाद दिसंबर में 1, 2, 6, 7, 8, 9, 11 और 13 ही शुभ विवाह लग्न की तिथियां हैं। इसके बाद खरमास शुरू होने से सभी मांगलिक कार्यक्रम वर्जित होंगे।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *