पीजीआई के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में आईएपीएसकॉन 2025 का आयोजन
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- Updated: 16 November, 2025 19:25
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पीजीआई के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में आईएपीएसकॉन 2025 का आयोजन
लखनऊ। एसजीपीजीआई लखनऊ के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग ने आईएपीएसकॉन 2025 (IAPSCON 2025) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय मंच पर संस्थान का नाम रोशन किया है। सम्मेलन के दौरान विभाग के फैकल्टी सदस्यों, सीनियर्स और रेजिडेंट डॉक्टर्स द्वारा प्रस्तुत शोध पत्रों, तकनीकी नवाचारों और शैक्षणिक प्रस्तुतियों को सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के पुरस्कारों से नवाजा गया।
द्वितीय वर्ष एम.सीएच. रेजिडेंट डॉ. पूजा प्रजापति को “रू-लिंब ऑब्स्ट्रक्शन आफ्टर कोलेडोकल सिस्ट एक्सिशन एंड रू-एन-वाई हेपेटिकोजेजुनोस्टॉमी” विषय पर के.के. शर्मा अवॉर्ड में प्रथम पुरस्कार और “अर्ली जीआई ब्लीड पोस्ट कसाई पोर्टोएन्टरोस्टॉमी” विषय पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
तीसरे वर्ष एम.सीएच. रेजिडेंट डॉ. तरुण कुमार को “नो कॉमन बाइल डक्ट-ICG असिस्टेड लैप्रोस्कोपिक हेपेटिकोजेजुनोस्टॉमी” विषय पर मिनिमली इनवेसिव सर्जरी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मिला तथा उन्होंने PTCC in Biliary Atresia विषय पर पेपर भी प्रस्तुत किया। दूसरे वर्ष एम.सीएच. रेजिडेंट डॉ. राहुल गोयल ने लैप्रोस्कोपिक मैनेजमेंट ऑफ ह्यूजली डाइलेटेड मालरोटेटेड रीनल पेल्विस तथा साइड-टू-साइड लीनो-रेनल (मित्रा) शंट इन EHPVO विषयों पर अपने शोध प्रस्तुत किए।
विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. बसंत कुमार ने “Unconventional Alternative Shunts in Pediatric EHPVO- Rescue Surgery and Outcomes” विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया।
प्रो. डॉ. विजय दत्त उपाध्याय ने "Spleno-Renal Shunt" विषय पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया।
साइक्लो-वॉकथॉन द्वारा नवजात शिशु सप्ताह समारोह की शुरुआत
नवजात शिशु रोग विभाग ने अपने स्थापना दिवस और राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह समारोह के उपलक्ष्य में आज रविवार सुबह एक जीवंत साइक्लो-वॉकथॉन का आयोजन किया। सर्द मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर. हर्षवर्धन, गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रो. डॉ. रजनीश कुमार सिंह और नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. राधा के. सहित वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण फिल्म ' हक' के बाल कलाकार व premature survivor मास्टर हैदर का सम्मान था। हैदर और उनके माता-पिता ने अपनी प्रेरणादायक यात्रा साझा की और डॉ. अनीता सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनकी देखरेख में उनका उपचार जारी है। प्रतिभागियों ने छात्रों और कर्मचारियों द्वारा बनाई गई सुंदर पोस्टर प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया, जिसके बाद डीन और कार्यवाहक निदेशक, प्रो. शालीन कुमार द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। सुश्री अर्चना और सुश्री जेबा के मार्गदर्शन में नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा नवजात शिशु के स्वास्थ्य के प्रमुख पहलुओं को प्रदर्शित किया गया, जिसमें प्रसवपूर्व देखभाल, स्तनपान, कंगारू मदर केयर, टीकाकरण और तापमान नियंत्रण शामिल थे। नर्सिंग प्रभारी सिस्टर सोमा और एएनएस सुश्री रेणु साइमन ने टीम को सम्मानित किया।
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