जानवरों से परेशान किसानों ने तहसील परिसर में किया धरना प्रदर्शन
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- Updated: 13 January, 2022 09:39
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PPN NEWS
खागा/फतेहपुर।
अन्ना जानवरों से परेशान किसानों ने तहसील परिसर में किया धरना प्रदर्शन
वर्तमान की केंद्र व प्रदेश सरकार ने किसानों की फसल को अन्ना जानवरों से बचाए जाने के लिए लगभग लगभग हर ग्राम पंचायत स्तर पर गौशालाओं का निर्माण कराया हो।
जिसके क्रियान्यवयन की जिम्मेदारी वहाँ के स्थानीय ग्राम प्रधान व पँचायत सेकेट्ररी को दी हो। लेकिन गौ शालाओं की ब्यवस्था के लिए अवमुख्त बजट को जिम्मेदारों द्वारा धरायल में ना खर्च कर केवल आपसी बंदरबांट कर कागजी आंकड़ों तक ही सीमित कर दिया जाता है।
नतीजतन गौ शालाओं में अब्यवस्थाओं का अम्बार लगा हुआ है।
जहां ना तो जानवरों(गौ वंशों) को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में जगह है। और ना ही उनके चारे पानी की समुचित ब्यवस्था।
जिससे जिम्मेदारों द्वारा पहले तो अन्ना जानवरों (गौ वंशों) को गौशालाओं में लिए जाने के लिए साफ मना कर दिया जाता है। और जिन एक आधे जानवरो को गौ शाला में रख भी लिया जाता है। वो भी भूख प्यास से ब्याकुल होकर नर कंकाल में तब्दील हो अपना दम तोड़ देते हैं। वहीं गौ शालाओं में अन्ना जानवरो के कैद ना किये जाने की वजह से वह किसानों की फसल को चौपट कर रहे हैं। जिनसे अपनी फसल को बर्बादी से बचाने के लिए किसान इस कड़ाके की ठंड में रतजगा करने को मजबूर है। लेकिन इन सबके बावजूद भी जिम्मेदारों के कान में गौ शालाओं की ब्यवस्थाओँ के दुरुस्तीकरण के लिए जूं नहीं रेंग रही।
प्रशासनिक जिम्मेदारों की बेपरवाही से आजिज आकर उग्र हुए विजयीपुर विकास खण्ड के लगभग दो हजार किसानों ने बुधवार को तहसील प्राँगण में किसान यूनियन के बैनर तले जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह गौतम व तहसील अध्यक्ष महेंद्र सिंह गौतम की अगुवाई में लगभग पाँच घण्टे धरना प्रदर्शन करते हुए अन्ना जानवरों से परेशान किसानों ने शासन प्रशासन के प्रति जमकर भड़ास निकाली। जिन्होंने विकास खण्ड के जिम्मेदारों समेत तहसील प्रशासनिक जिम्मेदारों पर भी बेपरवाही के आरोप लगाये।
किसानों ने तहसील प्रशासनिक जिम्मेदारों एस डी एम व तहसीलदार से बीते मंगलवार को क्षेत्रीय किसानों द्वारा सरौली गाँव की बारतशाला में कैद किये गये अन्ना जानवरो को नजदीकी गौ शाला में सुरक्षित रखने व ग्राम पंचायत स्तर पर गौ शाला बनवाए जाने की मांग की।
नाराज किसानों को पहले तो एस डी एम प्रभाकर त्रिपाठी ने समस्या के शीघ्र निस्तारण का आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन समाप्त करने की मानमनौव्वल की। लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े रहे।
मामले को बढ़ता देखकर एस डी एम प्रभाकर त्रिपाठी ने तत्काल स्थानीय पुलिस प्रशासन को सरौली गाँव की बारात शाला में कैद जानवरो को नजदीकी गढ़ा गांव स्थित अंजनी गौशाला में सुरक्षित पहुंचाए जाने के निर्देश दिये। तब जाकर किसानों का गुस्सा शांत हुआ।
इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह गौतम ने प्रदेश व केंद्र सरकार को जमकर आड़े हाँथों लेते हुए किसानों की बर्बादी का कारक करार दिया।
वहीं तहसील अध्यक्ष महेंद्र सिंह भदौरिया ने वर्तमान सत्ता रूढ़ केंद्र व प्रदेश सरकार की कथनी व करनी में बड़ा फर्क बताते हुए किसानों के साथ हमेशा से ही छल कपट करने का आरोप लगाया।
इस अवसर पर संगठन के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह गौतम, तहसील अध्यक्ष महेंद्र सिंह भदौरिया के अलावा तहसील क्षेत्र के गाँवो के लगभग दो हजार से अधिक किसान यूनियन पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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