प्राथमिक विद्यालय के मुख्य गेट के सामने ग्रामीणों का अतिक्रमण
- Posted By: Admin
- खबरें हटके
- Updated: 7 January, 2022 23:23
- 1995

प्राथमिक विद्यालय के मुख्य गेट के सामने ग्रामीणों का अतिक्रमण
पी पी एन न्यूज
अमौली/फतेहपुर
शासन प्रशासन द्वारा भले ही आवाम को कोविड(19) ओमी क्रोंन के संक्रमण से बचने के लिए साफ सफाई पूर्वक जीवन ब्यतीत करने व अपने आस पास के स्थानों को साफ सुथरा रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा हो।
साथ ही गाँव के जिम्मेदार ग्राम प्रधानों को गाँव मे तैनात सफाई कर्मचारियों से प्रत्येक मुहल्ले वार्डों गलियों की नियमित रूप से दिन में दो बार साफ सफाई कराने के लिए निर्देशित किया जाता रहा हो। किंतु इनके ऊपर शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों को दूर तक कोई असर नहीं दिख रहा है।
ऐसा ही एक मामला अमौली विकास खण्ड के नोनारा ग्राम पंचायत आजमपुर गढवा मजरे पुरेराहत अली गांव का प्रकाश में आया। जहाँ गांव की साफ सफाई ब्यवस्था जिम्मदारों की बेपरवाही के प्रति औंधे मुँह पड़ी है। गाँव मे जगह जगह लगे कूड़े के ढेर बजबजाती हुई नालियां गांव की पहचान बन चुकी हैं।
वहीं प्राथमिक विद्यालय के बाहर ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर पशु पालन किया जा रहा है।जिससे पशुओं के गोबर,मल मूत्र से हवा में फैलने वाली दुर्गन्ध से स्कूल में पठन पाठन करने वाले बच्चों का खुली हवा में साँस लेना भी दूभर हो गया है।
वहीं इनके संक्रामक बीमारियां, मलेरिया,डेंगू,जैसी बीमारी से ग्रसित होने की संभावनाये भी बनी रहती है।जब की कोरोना, ओमीक्रान का खतरा बढ़ता जा रहा है।सरकार साफ सफाई को लेकर लोगो को जागरूक कर रही है।विद्यालय परिषर के मुख्य द्वार पर बंधे जानवरो को हटवा कर उपरोक्त स्थान की साफ सफाई कराये जाने लेकर किसी भी जिम्मेदार ने प्रभावी कदम उठाया जाना अभी तक मुनासिब नही समझा।
जबकी ग्रामीणों की माने तो उन्होंने कई बार गाँव के जिम्मेदार ग्राम प्रधान पँचायत सेक्रेटरी व पँचायत मित्र से भी गाँव की गलियों चौराहों समेत प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार के सामने लगे गन्दगी के ढेरों व विद्यालय की बाउंड्रीवाल के सामने बंधे जानवरो को हटवा साफ सफाई करवाए जाने की मांग भी की।
इसके बावजूद भी जिम्मेदारों ने इस गम्भीर जन समस्या के निराकरण के लिए कोई प्रभावी कदम उठाया जाना मुनाशिब नहीं समझा। नतीजतन यथा स्थित आज भी बरकरार है।
हलांकि इस सम्बन्ध में जब ग्राम प्रधान से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने आदतन फोन उठाया जाना मुनाशिब नहीं समझा।
Comments