एफआईआर और चार्जशीट में नाम नहीं तो फिर कैसे अलोकतांत्रिक तरीके से उठाकर ले गयी पुलिस : अजय लल्लू
- Posted By: Admin
- खबरें हटके
- Updated: 2 July, 2020 15:27
- 1589

prakash prabhaw news
लखनऊ,
2 जुलाई 2020 ।
एफआईआर और चार्जशीट में नाम नहीं तो फिर कैसे अलोकतांत्रिक तरीके से उठाकर ले गयी पुलिस : अजय लल्लू
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की गिरफ़्तारी की कड़ी भर्त्सना करते हुए गिरफ़्तारी को अवैध अलोकतांत्रिक और अति निंदनीय बताया। पूरे प्रदेश में योगी सरकार के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन किया जा रहा है और फर्जी मुकदमो में उनको फंसा कर जेल भेजा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार दमन का चक्र चला रही है। आये दिन पुलिस के दम पर लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की देर रात गिरफ़्तारी अवैध , अलोकतांत्रिक और निंदनीय है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औज़ार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं। यह पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है ।
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में योगी सरकार के निर्देश पर कांग्रेस के सिपाहियों पर फर्जी मुक़दमे लाद कर जेल भेजा जा रहा है। पूरे प्रदेश में सरकार के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ का नाम किसी भी एफआईआर और चार्जशीट में नहीं था फिर भी जबरिया देर रात के अँधेरे में उनको उठाया गया।
उन्होंने आगे बताया कि कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से से भाजपा सरकार बौखला गयी है । यह डरी हुयी सरकार है, पर हम कांग्रेस और राहुल प्रियंका के सिपाही डरने वाले नहीं । फर्जी गिरफ्तारियों से हमें डराना चाहती है योगी सरकार पर हम डरने वाले नहीं, हम सड़क पर संघर्ष करेंगे ।
अजय लल्लू ने आगे कहा कि हमारे सैंकड़ो लोगो पर फर्जी मुक़दमे लगाये गए है। हमारे महासचिव मनोज यादव पर झूठा मुकदमा लगाया गया है जब वो पुलिस की हिरासत में इको गार्डन में थे। हमारे सोशल मिडिया प्रभारी मोहित पाण्डेय पर भी मुकदमा कायम हुआ है जबकि वो उस समय दिल्ली से लखनऊ के रास्ते में थे। यह कैसे और किसके इशारे पर मुकदमा लिखा गया।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार के इशारे पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की मुखबिरी करायी जा रही है, अंग्रेजो के लिए मुखबिरी करने वाले लोग आज कांग्रेस कार्यालय की पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसी से मुखबरी और रेकी करवा रहे हैं। महीने भर से पुलिस गेट पर लगायी गयी , देर रात तक पुलिस हमारे कार्यालय पर क्या करती है ।
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने इस पुलिसिया राज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह योगी आदित्यनाथ की सरकार का राजनीतिक द्वेषपूर्ण और कायरता भरा कदम है। सरकार विपक्ष की आवाज़ की दबाना चाहती । कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से योगी सरकार की बौखलाहट साफ साफ दिख रही है।
गौरतलब है कि शाहनवाज आलम को पुलिस ने गोल्फ लिंक अपार्टमेंट्स के गेट से 'असंवैधानिक तरीके' से उठा लिया और लगभग घण्टे भर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि सत्ता पोषित दमन से हम कांग्रेस राहुल-प्रियंका के सिपाही डरेंगे नहीं, सड़क पर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में संघर्ष की लम्बी और शानदार परंपरा रही है, लोकतंत्र को बचाने के लिए दलित-पिछड़ा विरोधी योगी सरकार के खिलाफ अब हम सड़कें गरम करेंगे।
उन्होंने कहा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लोकप्रिय छात्रनेता रहे और दलितों-वंचितों के लड़ाई लड़ने वाले यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की असंवैधानिक गिरफ्तारी योगी आदित्यनाथ की सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी।
Comments