हरे भरे वन बगीचों में भी छिपे हैं औषधि के गुण

हरे भरे वन बगीचों में भी छिपे हैं औषधि के गुण

 प्रकाश प्रभाव न्यूज

कौशाम्बी

नवम्बर-01-11-2020

संवाददाता-अनिल कुमार कौशाम्बी


हरे भरे वन बगीचों में भी छिपे हैं औषधि के गुण


कौशाम्बी । मानव जीवन में तरह-तरह की बीमारियां उत्पन्न हो रही है। जिनका उपचार कराने की लिए अंग्रेजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन अंग्रेजी दवाइयां मर्जो में रामबाण का काम नहीं करती है। इससे मरीज को जहां ठीक होने में काफी समय लगता है वही पैसों का भी अधिक खर्च उठाना  होता है। मर्ज को ठीक करने के लिए बगीचों में आयुर्वेदिक दवाइयां छिपी है। दवाइयों की पहचान करने और उनका उपयोग करने के लिए भूतपूर्व लेखपाल ने तीन पुस्तकें लिखी है। जिसमें सीता शक्ति उपासना भक्ति सुधा रस सागर और आयुर्वेदिक स्वास्थ्य निधि है । इन पुस्तकों में मानव जीवन के ऊपर पढ़ने वाली आपदा से संबंधित जड़ी बूटियों का सेवन उपयोग और पहचान दर्शाई गई है। भूतपूर्व लेखपाल सहा देव प्रजापति निवासी सोनौली तहसील मंझनपुर हाल मुकाम मंझनपुर ने सेवानिवृत्ति के बाद पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने एक महान ग्रंथ श्री हनुमत चरित मानस तथा जीवन उपयोगी आयुर्वेदिक स्वास्थ्य निधि लिखा है। जिसमें सीता शक्ति उपासना भक्ति सुधाकर सागर एवं आयुर्वेदिक स्वास्थ्य निधि है । जंगल में छिपी जड़ी बूटियों तथा उनके सेवन और मर्जो में रामबाण काम करने वाली दवाइयों का प्रयोग विधि पहचान दर्शाई गई है। इन पुस्तकों में कोई भी व्यक्ति पढ़कर दवा की पहचान व उपयोग करने की विधि के अनुसार यदि सेवन करें तो असाध्य से असाध्य रोग ठीक हो सकते हैं।

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